अमन संवाद/भोपाल
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर के शिक्षा विभाग में एक उत्तम आदर्श प्राध्यापक के रूप में जाने जाते हैं डा. पति। इनके पढाने की शैली तथा नवाचार द्वारा विविध भारतीय ज्ञान विज्ञान प्रणाली को उत्तम पद्धति से संप्रेषण करने की शैली को हजारों संख्या के छात्र तथा विद्यालय के शिक्षक प्रशंसा करते रहते हैं। केन्द्रीय विद्यालय के अध्यापक तथा राजस्थान सरकारी विद्यालयों के अध्यापकों को भी विशेष उत्साह पूर्ण प्रशिक्षण देते हैं। सभी शिक्षक भी इनकी कक्षाओं को बहुत पसन्द करते हैं। एनसी ईआर टी दिल्ली के पाठ्यक्रम निर्माण समिति के सदस्य भी हैं। पी एस सी तथा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान में विशेष योगदान रहा है।
एन ई पी 2020 की भारतीय ज्ञान प्रणाली का क्रियान्वयन में विविध आधुनिक विश्वविद्यालय के साथ जुडकर कार्य करते हैं। भारतीय शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा के उपर प्रतिदिन नूतन पद्धति से अध्ययन तथा अध्यापन कार्य करते हैं। इन्हें भारतीय शिक्षा गौरव का सम्मान 2021 को हम फाउंडेशन,भारत ने भोपाल में किया था। भारतीय संस्कृति की सुरक्षा तथा भारतीय शिक्षा एवं संस्कृत के प्रति सदा तत्परता रखते हैं। डा पति एक आदर्श समाजसेवी भी है। जनहित को देखते हुए विविध समसामयिक विषय पर जन जागरूकता हेतु शोध लेख, बीडियो, लघु चलचित्र आदि निर्माण कर सोशल मीडिया में प्रसारित करते हैं। नवाचार पद्धति के क्रियान्वयन द्वारा कक्षा के छात्रों में तथा समाज में अपना एक विशेष सन्देश देते रहते हैं।
इस हेतु राष्ट्रीय स्तर पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेडी द्वारा राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, तिरुपति एवं श्री लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलपति के समुपस्थिति में उत्कर्ष महोत्सव, नासिक, महाराष्ट्र, में 10 जून को नवोन्मेष कार्यक्रम संरचना क्रियान्वयन के सन्दर्भ में शिक्षा श्री सम्मान से डा. पति को सम्मानित किया गया है। साथ साथ 50 हजार रूपये का सम्मान राशि की घोषणा की गई है।
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