अमन संवाद/भोपाल
एनसीसी डायरेक्टोरेट मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ ने सिकल सेल और थैलेसीमिया उन्मूलन कार्यक्रम के लिए एक ऐतिहासिक पहल की है। इस कार्यक्रम के तहत, 35,000 से अधिक कैडेट्स का सिकल सेल एवं थैलेसीमिया रोग के लिए परीक्षण किया गया है। थैलेसीमिया सिकल सेल उन्मूलन कार्यक्रम एनसीसी एमपीसी डायरेक्टरेट के एडीजी मेजर जनरल विक्रांत एम धोनी एवं भोपाल ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर अजीत सिंह के नेतृत्व में किया जा रहा है। इस इस उन्मूलन कार्यक्रम को विशेष तौर पर विषय विशेषज्ञ एनसीसी डायरेक्टरेट मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के नोडल हेड लेफ्टिनेंट डॉक्टर चंद्र बहादुर सिंह दांगी की अध्यक्षता में की जा रही है
मुख्य विशेषताएं:
बड़े पैमाने पर परीक्षण: मध्य प्रदेश में 135 सीएटीसी और एटीसी शिविरों में 35,000 से अधिक कैडेट्स का परीक्षण किया गया।
सहयोग:
यह मिशन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) और भारत सरकार के जनजातीय मंत्रालय के सहयोग से शुरू किया गया था।
नेतृत्व:
लेफ्टिनेंट डॉ. चंद्र बहादुर सिंह दागी को इस कार्यक्रम के राष्ट्रीय प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था।
सिकल सेल मित्रा:
कई कैडेट्स ने सिकल सेल मित्रा के रूप में स्वेच्छा से काम किया और मध्य प्रदेश के राज्यपाल, उपमुख्यमंत्री और जनजातीय मंत्रालय से प्रशंसा पत्र प्राप्त किया
राज्यपाल एवं मंत्रियों द्वारा की गई प्रशंसा:
सिकल सेल एवं थैलेसीमिया मित्रों को को मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों द्वारा सम्मानित और प्रशंसा की गई, जिसमें उपमुख्यमंत्री भी शामिल थे।
प्रभाव:
सिकल सेल एवं थैलेसीमिया मित्रअपने संबंधित क्षेत्रों में सिकल सेल एवं थैलेसीमिया रोग को समाप्त करने के लिए काम करेंगे, बेहतर स्वास्थ्य और जागरूकता को बढ़ावा देंगे। यह पहल भारत में सर्वप्रथम एनसीसी डायरेक्टरेट मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ है जिसने इस सामाजिक सेवा और सामुदायिक स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाया है।
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