Ad Code

Responsive Advertisement

कानपुर और भीमसेन स्टेशन के बीच पटरी से उतरे साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे बाल बाल बचे यात्री



शोभित तिवारी / राज्य ब्यूरो / उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर और भीमसेन स्टेशन के बीच ट्रेन हादसे में बाल बाल बचे यात्री, रुह कपां देने वाला था हादसा। यहां पर साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 19168 भीमसेन स्टेशन के बीच एक ब्लॉक सेक्शन में पटरी से उतर गई. गनीमत ये रही कि इस हादसे में घटनास्थल से किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। जानकारी के अनुसार

ये हादसा उस वक़्त हुआ जब साबरमती ट्रेन कानपुर से जा रही थी. कुछ ही दूरी पर भीमसेन स्टेशन के बीच हादसे का शिकार हो गई। जिसमें ट्रेन के 22 डब्बे पटरी से उतर गए जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया घटना की सूचना मिलते ही कानपुर के आला अधिकारी मौक़े पर पहुँचे यात्रियों को कानपुर पहुँचाने के लिए घटना स्थल पर बसों को भिजवाया गया जिनके द्वारा यात्री कानपुर नगर पहुँचे।यह ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी। फिलहाल, कोई यात्री हताहत नहीं हुआ है। रेलवे स्टाफ मौके पर पहुंच गया है। नॉर्थ सेंट्रल रेलवे ने कहा कि हादसा बोल्डर टकराने से हुआ है। हादसे के चलते कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है। कानपुर से बुंदेलखंड, मध्य प्रदेश जाने वाली ट्रेनों को कैंसल किया गया। कुछ ट्रेनों के रास्ते भी बदले गए। वहीं इस संबंध में एडीएम राकेश वर्मा ने बताया कि कानपुर और भीमसेन स्टेशन के बीच एक ब्लॉक सेक्शन में साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे लेकिन कोई घायल नहीं हुआ है। सभी यात्रियों को बस से वापस स्टेशन भेजा जा रहा है। वहीं जानकारी के अनुसार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इंजन ने ट्रैक पर रखी किसी वस्तु को टक्कर मार दी और पटरी से उतर गया। हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। वहीं इस संबंध में उत्तर मध्य रेलवे के जीएम उपेंद्र चंद्र जोशी ने कहा कि साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के ड्राइवर ने हमें बताया है कि ट्रेन किसी बाहरी वस्तु से टकराई है। यह जांच का विषय है। यात्री पहले ही अपने गंतव्य के लिए रवाना हो चुके हैं। रेलगाड़ी को पटरी से उतारने की प्रक्रिया चल रही है। केवल एक लाइन प्रभावित हुई है, जिसे चालू करने का प्रयास किया जा रहा है।



इनसेट


वहीं, चालक के अनुसार,  प्रथम दृष्टया बोल्डर इंजन से टकराया, जिससे इंजन का कैटल गार्ड बुरी तरह क्षतिग्रस्त/मुङ गया। ट्रेन की रफ्तार करीब 90 किलोमीटर प्रति घंटे थी। इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका।


लोको पायलट

Post a Comment

0 Comments

Ad Code

Responsive Advertisement