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कंसेंट ग्रुप की महत्वपूर्ण बैठक और श्रमिक हितों को लेकर श्रम मंत्री से सार्थक संवाद





अमन संवाद/भोपाल

➡️ भारतीय मजदूर संघ (BMS) के केंद्रीय कार्यालय, दत्तोपंत ठेंगडी भवन, नई दिल्ली में आज कंसेंट ग्रुप द्वारा आयोजित देश के प्रमुख श्रमिक संगठनों की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में गिग वर्कर, प्लेटफार्म वर्कर, आशा, उषा, आंगनवाड़ी वर्कर जैसे विभिन्न श्रमिक वर्गों की स्थिति सुधारने के लिए महत्वपूर्ण चर्चाएं हुईं। साथ ही, देश की वर्तमान राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर भी गहन विचार विमर्श किया गया।

बैठक के दौरान कंसेंट ग्रुप ने अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रारंभ किए गए "सामाजिक न्याय के लिए वैश्विक गठबंधन" की भूमिका और उद्देश्य पर भी विस्तृत चर्चा की। इस वैश्विक गठबंधन में भारतीय मजदूर संघ (BMS), नेशनल फ्रंट ऑफ़ इंडियन ट्रेड यूनियंस (NFITU) और ट्रेड यूनियन कोऑर्डिनेशन सेंटर (CII) द्वारा 24 फरवरी 2025 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आधिकारिक भागीदारी दर्ज की गई। इसके साथ ही हिंद मजदूर किसान पंचायत (HMKP) और इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC तिवारी ग्रुप) ने भी इस गठबंधन में शामिल होने के लिए आवेदन किया है।

इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में ILO के महानिदेशक श्री गिल्बर्ट एफ. होंगबो विशेष रूप से स्विट्ज़रलैंड से भारत आए थे। इस कार्यक्रम में केंद्रीय श्रम मंत्री डॉ. मनसुख मंडवीया, श्रम राज्य मंत्री श्रीमती शोभा करंदलाजे, श्रम मंत्रालय की सचिव श्रीमती सुमिता डबरा, भारत के स्विट्ज़रलैंड में राजदूत श्री अरिंदम बागची, उद्योग परिसंग (CII) के प्रतिनिधि और BMS के अध्यक्ष श्री हिरण्मय पंड्या ने इस अवसर पर अपने विचार साझा किए।

इस वैश्विक गठबंधन का मुख्य उद्देश्य सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर नीतियों के समन्वय और प्रभावी कार्यान्वयन को प्रोत्साहित करना है। भारत की ओर से कंसेंट के तीन प्रमुख श्रमिक संगठन—बीएमएस, एनएफआईटीयू और टीयूसीसी—इस पहल का हिस्सा बने हैं, जो भारतीय श्रमिकों के हितों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सशक्त रूप से प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

बैठक की अध्यक्षता कंसेंट और BMS के अध्यक्ष श्री हिरण्मय पंड्या ने की। बैठक में कंसेंट के कोर कमेटी के पदाधिकारी और विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल थे, जिनमें बीएमएस के महासचिव श्री रविंद्र हेमते, संगठन मंत्री श्री बी. सुरेन्द्रन, वरिष्ठ श्रमिक नेता श्री विर्जेश उपाध्याय, एनएफआईटीयू के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय संयोजक डॉ. दीपक जायसवाल एवं महासचिव डॉ विराट , टीयूसीसी के अध्यक्ष श्री हंसराज अकेला एवं महासचिव एस.पी. तिवारी, इंटक के महासचिव श्री के.के. तिवारी, हिंद मजदूर किसान पंचायत के कार्यकारी अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह, एनएलओ से इंद्रा देव महेतो और अन्य प्रमुख श्रमिक नेता शामिल थे।

बैठक के बाद कंसेंट के कोर कमेटी के सभी सदस्य श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडवीया से मिलने के लिए श्रम मंत्रालय पहुंचे। इस बैठक में कंसेंट ग्रुप द्वारा श्रमिक हितों से संबंधित एक मांग-पत्र प्रस्तुत किया गया, जिसमें निम्नलिखित प्रमुख बिंदु शामिल थे:

कंसेंट ग्रुप ने अपनी बैठक में श्रमिकों के हित में कई महत्वपूर्ण मांगें उठाई हैं। इनमें EPF-95 पेंशन धारकों की न्यूनतम पेंशन ₹5000 प्रति माह + VDA करने और आयुष्मान भारत योजना को तत्काल लागू करने की मांग की गई है। इसके अलावा, ESIC के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों की वेतन सीमा ₹21,000 से बढ़ाकर ₹42,000 और EPFO के कर्मचारियों की वेतन सीमा ₹15,000 से बढ़ाकर ₹30,000 करने की अपील की गई है। साथ ही, कर्मचारियों को न्याय मिलने में देरी की समस्याओं को दूर करने और सभी श्रम कानूनों के कड़ाई से पालन हेतु जवाबदेही तय करने की भी मांग की गई है।

इन सभी बिंदुओं पर गंभीरता से चर्चा की गई, और  मंत्री जी ने सकारात्मक रूप से सभी मांगों को सुना और आश्वासन दिया कि उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, श्रमिकों की अन्य समस्याओं और उनके समाधान पर भी विस्तृत चर्चा हुई।

इस ऐतिहासिक बैठक और संवाद के माध्यम से कंसेंट ग्रुप ने भारतीय श्रमिकों के हितों के लिए अपनी मजबूत प्रतिबद्धता फिर से प्रदर्शित की है। 

उक्त जानकारी एनएफआईटीयु मध्य प्रदेश के अध्यक्ष  राम नारायण गिरी ने दी।

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