प्रमोद साहू/अमन संवाद
बैरसिया की कृषि उपज मंडी स्थित खाटू श्याम मंदिर में हर एकादशी को जय मां ज्वाला भजन मंडल द्वारा भजन आयोजन होता है, लेकिन इस बार श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखी गई। हजारों की संख्या में भक्त बाबा श्याम के झंडे लेकर मंदिर परिसर पहुंचे और भक्तिभाव से दर्शन किए।
श्रद्धालुओं का उत्साह और भक्ति भावना
बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं और युवा सभी दूर-दूर से मंदिर में पहुंचे। हर कोई "हारे का सहारा, खाटू श्याम हमारा" के जयकारे लगाता नजर आया। मंदिर के बाहर भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं, लेकिन सभी ने धैर्य और श्रद्धा के साथ बाबा के दर्शन किए।
मंदिर में भजन संध्या और जागरण का आयोजन
रात्रि में मंदिर प्रांगण में भजन संध्या और जागरण का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय और बाहरी भजन गायकों ने बाबा श्याम के भजनों की शानदार प्रस्तुति दी। भक्त नृत्य और भजन-कीर्तन में मग्न होकर झूम उठे।
बाजार और प्रसाद वितरण
एकादशी के अवसर पर मंदिर के आसपास प्रसाद, फूल-मालाओं और खेल-खिलौनों की अस्थायी दुकानें भी लगीं, जिससे मेले जैसा दृश्य देखने को मिला। मंदिर प्रशासन और स्थानीय समाजसेवी संस्थाओं ने प्रसाद वितरण की व्यवस्था की, जिसमें श्रद्धालुओं को खीर, चूरमा और शरबत वितरित किया गया।
खाटू श्याम बाबा की बढ़ती महिमा
बैरसिया क्षेत्र में यह एकमात्र खाटू श्याम मंदिर है, इसलिए यहां हर एकादशी को भक्तों की भीड़ उमड़ती है। स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ-साथ दूर-दराज से आने वाले भक्तों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। बाबा के प्रति आस्था इतनी प्रबल है कि लोग अपनी मनोकामना पूरी होने के बाद पुनः दर्शन करने आते हैं।
मंदिर प्रशासन की व्यवस्थाएँ
भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन और पुलिस विभाग ने विशेष व्यवस्थाएँ की थीं। भक्तों की सुविधा के लिए पीने के पानी, जूता स्टैंड और बैठने की विशेष व्यवस्थाएँ की गईं।
श्रद्धालुओं के अनुभव
भक्तों का कहना है कि बाबा श्याम की कृपा से उनकी सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। एक श्रद्धालु ने बताया, "मैं हर एकादशी को बाबा के दर्शन करने आता हूँ और हर बार मेरी आस्था और बढ़ जाती है।"
बैरसिया खाटू श्याम मंदिर में हर एकादशी पर होने वाला यह आयोजन आस्था, भक्ति और उत्साह का प्रतीक बन चुका है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या इस बात का प्रमाण है कि बाबा श्याम की महिमा दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस धार्मिक आयोजन से समाज में एकता और सद्भावना का भी संदेश मिलता है।
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