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एमसीयू में जेंडर सेंसिटाइजेशन विषय पर हुआ व्याख्यान






अमन संवाद/भोपाल 

जेंडर सेंसिटाइजेशन पर खुलकर बात होनी चाहिए : विजय मनोहर तिवारी.

एक औरत को दूसरी औरत का सहारा बनना चाहिए: प्रो. नंदिनी. 

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में आईसीसी द्वारा जेंडर सेंसिटाइजेशन विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित व्याख्यान की अध्यक्षता कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने की। मुख्य वक्ता मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन की प्रोफेसर नंदिनी लक्ष्मीकांता थी। कार्यक्रम का संयोजन डीन अकादमिक प्रो. डॉ. पी शशिकला ने किया। इस अवसर पर कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने विद्यार्थियों संबोधित करते हुए जेंडर सेंसिटाइजेशन विषय से परिचय कराया और बताया कि यह एक ऐसा विषय है, जिस पर आज के समय में खुलकर बात होनी चाहिए। मुख्य वक्ता प्रोफेसर नंदिनी लक्ष्मीकांता ने कहा कि पहले वे नारीवादी हुआ करती थी, लेकिन अब वे नारी समर्थक हैं । प्रो. नंदिनी ने बताया कि जिस मनु की हम आलोचना करते हैं, उन्होंने ही लिखा है कि यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवताः।अनादि काल से, महिलाएं युद्ध लड़ती रही हैं, स्वयंवर में भाग लेती आ रही हैं।

प्रो. नंदिनी ने कहा सेक्सुअल हैरेसमेंट जैसे बातों पर भी गौर करना चाहिए और बजाए 20-30 साल इसे एक किस्से के रूप में बताने के उसी वक़्त आवाज़ उठाना चाहिए । एक औरत को दूसरी औरत का सहारा बनना चाहिए और समाज में सभी को रूढ़िवादी सोच ख़त्म करते हुए मजबूती से और गर्व के साथ चलना चाहिए । आज हमारा मीडिया कुछ हद तक इस सोच को बदलने में लगा हुआ है। कार्यक्रम का संचालन आईसीसी सदस्य एवं वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. उर्वशी परमार एवं आभार प्रदर्शन राहुल खड़िया द्वारा किया गया। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ.अविनाश वाजपेयी, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

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