गुना में घुमंतु समाज के सामाजिक सम्मेलन में की सहभागिता
अमन संवाद/भोपाल
पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि घुमंतू समाज का एक गौरवशाली इतिहास रहा है। आपके पूर्वज स्वतंत्रता संग्राम में इस राष्ट्र भूमि की रक्षा के लिए समर्पित रहे। उन्होंने यह बात रविवार को गुना में आयोजित घुमंतू समाज के सामाजिक सम्मेलन में कही।
राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की उन्होंने कहा कि आज सबसे पहले घुमंतू, अर्ध घुमंतु, विमुक्त समाज समिति को इस विशाल सम्मेलन के आयोजन के लिए हृदय से बधाई देती हूं और साथ ही धन्यवाद प्रेषित करती हूं कि विशाल सम्मेलन के माध्यम से घुमंतु समुदाय के मध्य न केवल उपस्थित होने का अवसर दिया बल्कि घुमंतु समुदाय के मेरे भाइयों और बहनों के दर्शनों का सौभाग्य भी दिया है। गुना जिले में आयोजित विशाल सम्मेलन में जिले में निवासरत 18 जातियों के 1000 प्रतिनिधि अपने-अपने परिवार के साथ शामिल हुए हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि जिले में रहने वाला यह समाज एक जुटता के साथ मजबूती के साथ अपने अधिकारों की बात रखने के लिए सरकार के सामने तैयार है और यही कारण है कि आज आपकी बात सुनने के लिए सरकार स्वयं आपके साथ आई है। इस समाज ने राष्ट्रभूमि की रक्षा करने के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं। घुमंतू समाज मातृभूमि से प्रेम करने वाला समाज है, वह राष्ट्र के लिए मर मिटने वाला समाज है। इस समाज ने राजा महाराजाओं की रक्षा की। यह समाज अपनी राष्ट्र भूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर देता था। आजादी के बाद तत्कालीन सरकारों की जिम्मेदारी थी कि वह समाज को मुख्यधारा में लाएं। कांग्रेस ने अगर सही समय पर इस समाज के कल्याण के लिए कोई योजनाएं बना दी होती, तो आज यह समाज अग्रणी समाज में आकर खड़ा हो चुका होता।
इस दौरान जिला अध्यक्ष गुना धर्मेंद्र सिकरवार, दुर्गा दास व्यास, हरि सिंह यादव, विकास जैन, गोपी लाल जाटव, कलेक्टर किशोर कुमार कान्याल , श्रीमती सविता गुप्ता, श्रीमती अजनीश बाई, श्रीमती सुलोचना पारदी, धन्नालाल सपेरा सहित जनप्रतिनिधि और समाज के लोग मौजूद रहे।
0 Comments