पीआरएसआई द्वारा लोक संपर्क सम्मान सहित 24 महिलाओं को दिया अचला/उदिता सम्मान
अमन संवाद/भोपाल
समाज के अनेक क्षेत्रों में आज एआई का भरपूर उपयोग होने लगा है लेकिन इसका सारा नियंत्रण समाज के ही हाथ में है। बस हमें इतना ध्यान रखना होगा कि जहां भी इसका उपयोग करें तो लोक मंगल की भावना के साथ करें। यह बात माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने रविवार को पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया के भोपाल चैप्टर द्वारा आयोजित व्याख्यान एवं सम्मान समारोह के दौरान विशेष अतिथि के रूप में कही। ''रिस्पांसिबल यूज आफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस : रोल ऑफ़ पब्लिक रिलेशन'' विषय पर आयोजित व्याख्यान में उन्होंने कहा कि आज खेती किसानी में भी एआई का उपयोग होने लगा है जिससे पेड़ पौधों के स्वभाव को समझने में आसानी हुई है। इसी तरह से मीडिया के क्षेत्र में भी खूब प्रचलन हो रहा है लेकिन हमें इतना ध्यान रखना होगा की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अर्थात एआई हमारे द्वारा दिए गए कंटेंट पर ही काम करता है इसलिए हम जितनी सूझबूझ और बुद्धिमत्ता के साथ कंटेंट जारी करेंगे एआई भी उसी तरह से काम करेगा और सुखद परिणाम देगा। भारत ज्ञान का स्रोत है और हमारे ऋषि मुनि वाल्मीकि, वेद व्यास जी सबसे बड़े कंटेंट निर्माता है। हमें इस ज्ञान को विज्ञान के साथ मिलकर लोक कल्याणकारी परिणाम हासिल करने हैं तभी एआई का उपयोग सार्थक होगा।
इससे पूर्व वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषण श्री गिरजा शंकर ने एआई पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि एआई का उपयोग हम अपनी जरूरत के हिसाब से करें तो बेहतर होगा। जब टेलीविजन आया तो कहा कि अखबार बंद हो जाएंगे, गूगल- इंटरनेट आया तो कहा की टीवी- रेडियो बंद हो जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए एआई से भी घबराने की जरूरत नहीं है, अपना काम ईमानदारी से करते रहें।
कार्यक्रम में विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अर्चना कुमारी ने कहा कि हम एआई को अपने फेवर में भी कर सकते हैं इसके लिए हमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सूझबूझ और समझदारी के साथ उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि हम अपने विवेक से काम करें ना कि एआई के गुलाम बनें। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के रूप में जो ये नई तकनीक आई है यह हमारे लिए सहायक के रूप में सिद्ध हो ना कि हम इसके ऊपर निर्भर हो जाएं। खबरों में उपयोग के दौरान डेटा वायस न हो एक तरफा कंटेंट न बने, इस बात का हम पूरा-पूरा ध्यान रखें। कार्यक्रम में विशेष अतिथि टाइम्स आफ इंडिया ग्रुप मुंबई की संपादक श्रीमती रेखा खान ने एआई के उपयोग में सावधानी बरतने की सलाह दी। पीआरएसआई के नेशनल वाइस प्रेसिडेंट एसपी सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके बाद पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के भोपाल चैप्टर के अध्यक्ष मनोज द्विवेदी ने स्वागत वक्तव्य दिया। कार्यक्रम में युवा पत्रकार व पीआरएसआई के कोषाध्यक्ष के के शुक्ला की किताब ''डिजिटल जर्नलिज्म'' का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन महेश सोनी ने किया। पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ़ इंडिया भोपाल चैप्टर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 24 महिलाओं को अचला/उदिता सम्मान प्रदान किया गया तथा जनसंपर्क के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए अपर संचालक जनसंपर्क संजय जैन को लोक संपर्क सम्मान से अलंकृत किया गया।
अंत में माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुल सचिव अविनाश बाजपेई आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पत्रकार, बुद्धिजीवी तथा संचार कर्मी उपस्थित थे।
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